DeepSeek की दीवानगी पूरी दुनिया में छाई हुई है। इस ऐप ने अमेरिका के शेयर बाजार को हिला कर रख दिया है, और भारत में भी इसकी धूम मची हुई है। 26 जनवरी को, DeepSeek ने ऐपल एप स्टोर पर ग्लोबल स्तर पर पहला स्थान हासिल किया। Appfigures के डेटा के अनुसार, भारत में DeepSeek के डाउनलोड सबसे ज्यादा हैं, इसकी हिस्सेदारी लगभग 15.6 प्रतिशत है। इसका मतलब है कि अगर पूरी दुनिया में 500 ऐप डाउनलोड किए जाते हैं, तो उनमें से 90 भारतीय ऐप होंगे। यह वाकई में एक बड़ी बात है, क्योंकि सबसे ज्यादा डाउनलोड करने वाला देश अब हमारा भारत बन गया है!
DeepSeek ऐप का जादू पूरी दुनिया दीवानी, डाउनलोडिंग में भारत में टॉप पर
भारत में Android Play Store पर यह ऐप टॉप पर आ रहा है। Sensor Tower की रिसर्च के अनुसार, लॉन्च के पहले 18 दिनों में इसे 15 मिलियन से ज्यादा डाउनलोड किया गया था। वहीं, ओपन ए चैट गुप्त को लॉन्च के दिन करीब 8.5 मिलियन डाउनलोड मिले थे।
हालांकि ChatGPT के डाउनलोडर की संख्या बहुत ज्यादा है, लेकिन DeepSeek को भी जल्दी ही ज्यादा डाउनलोडर मिलेंगे। इसकी वजह यह है कि यह पूरे विश्व में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है और गूगल, बेटा, चैट जीपीटी जैसे ऐप्स के लिए एक चुनौती बनता जा रहा है। इसलिए अमेरिका सरकार इस ऐप को लेकर काफी चिंतित है, जिसके चलते अमेरिका के शेयर बाजार में गिरावट आई है और लाखों करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है।
DeepSeek हो सकता है बैन
हालांकि DeepakSeek के यूजर्स की संख्या बहुत कम है, लेकिन इस ऐप की पॉपुलैरिटी पर हर देश का असर पड़ सकता है। कई देशों के शेयर बाजारों को इस ऐप के कारण बड़ा झटका लगा है, क्योंकि इसने कम लागत में बेहतरीन AI DeepSeek तैयार किया है। इसी वजह से कई देशों, खासकर अमेरिका, को काफी नुकसान हुआ है।
DeepSeek की वजह से खास America ko kya nuksan hua hai ?
आपको यह जानकर अच्छा लगेगा कि अमेरिका में इस ऐप के कारण करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। अमेरिका सरकार ने इस तकनीक को विकसित करने में लगभग 800 मिलियन डॉलर खर्च किए। वहीं, चीन ने इस तकनीक को कॉपी करके अपना खुद का आई लॉन्च कर दिया, और उन्हें सिर्फ 5 मिलियन डॉलर का खर्च आया।
America ki बड़ी-बड़ी investment company सरकार se naraj
अमेरिका की एक बड़ी कंपनी का कहना है कि सरकार ने वहां पैसे खर्च करने के लिए गलत आंकड़े पेश किए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आप सोच रहे होंगे कि वहां की सरकार अपने शेयर बाजार में पैसे की मांग कर रही है। इस वजह से स्टॉक मार्केट में पूरी तरह से गिरावट आ गई है।
किसने बनाया डीपसीक
डीपसीक का फाउंडर चीन है। चीन के सीईओ लियांग वेनफेंग ने चैटजीपीटी का निर्माण किया है। उनके पिता एक प्राइमरी स्कूल के शिक्षक थे। सबसे दिलचस्प बात यह है कि डीपसीक को केवल 5 से 6 मिलियन डॉलर में विकसित किया गया है।






